पत्रकारिता में माध्यम से अधिक महत्वपूर्ण


बस्ती । पत्रकारिता में माध्यम से अधिक महत्वपूर्ण है जन विश्वास अर्जित करना। न्यू मीडिया के क्षेत्र में बड़ी संभावनायें है, जरूरत है कि समाचारों का प्रेषण तथ्यों के आधार पर प्रभावशाली ढंग से किये जाय। यह विचार ज्वांइट मजिस्टेªट प्रेम प्रकाश मीणा ने व्यक्त किया। वे सोमवार को प्रेस क्लब में ‘यूपी लाइव टूडे’ के तृतीय स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
कहा कि प्रत्येक माध्यम की अपनी विशेषता है, न्यू मीडिया के पास समाचारों, विचारों को त्वरित ढंग से पहुंचा रहे हैं। जो लोग ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूज पोर्टल के द्वारा क्षेत्रीय समस्याओं को प्रमुखता से उठा रहे हैं उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
विषय प्रर्वतन करते हुये पत्रकार प्रदीप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि भाषा ही वह शक्ति है जिसके संतुलन से कोई भी बात कहीं जा सकती है। समाचारोें की प्रस्तुति से पूर्व तथ्यों की छानवीन आवश्यक है क्योंकि विश्वसनीयता ही पत्रकारिता की पंूजी है। कार्यक्रम को प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय, ग्रापए अध्यक्ष अवधेश कुमार त्रिपाठी, अशोक कुमार श्रीवास्तव, दिनेश मिश्र, एल.के. पाण्डेय, जसीम अहमद, राजेश अग्रवाल, अभयदेव शुक्ल, डा. हेमन्त पाण्डेय, केशरीनन्दन त्रिपाठी, प्रकृर्तिता पाण्डेय, डा. एफ. हुसेन, अमरमणि दूबे आदि ने सम्बोधित करते हुये न्यू मीडिया के भविष्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि तकनीकों के केन्द्र में मनुष्य का होना आवश्यक है। पत्रकारिता सामाजिक गतिविधियों की संक्षिप्त अभिव्यक्ति है। " alt="" aria-hidden="true" />
‘यूपी लाइव टूडे’ के प्रबन्ध निदेशक राजकुमार पाण्डेय ने आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि तीन वर्ष के भीतर यूपी लाइव को जो प्रतिष्ठा मिली है उस विश्वास के आधार पर इसे और अधिक विस्तारित किया जायेगा।
अध्यक्षता करते हुये पत्रकार राजेन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि आज पत्रकारिता पर विश्वास के संकट मड़रा रहे हैं, हमें इन चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना होगा। इस अवसर पर ‘यूपी लाइव टूडे’  द्वारा विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में योगदान के लिये विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया। मुख्य रूप से डा. विवेक विश्वास, डा. पी.सी. यादव, डा. अमीश कुमार, दीन दयाल मिश्रा, डा. विनोद, बविता, डा. संगीता, दीप्ति सिंह, राजेश्वरी उपाध्याय,  राजू पाण्डेय, राकेश पाण्डेय, सदरे आलम खान, अमित तिवारी, अतुल श्रीवास्तव, अंकित त्रिपाठी, पं. अर्जुन त्रिपाठी, अंकुर श्रीवास्तव, नन्द किशोर गुप्ता के साथ ही अनेक पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल रहे।